Working out is one of the healthiest things you can do. However, choosing the best time of day to exercise depends on your individual goals.Those who want to lose weight, for example, can’t workout at the same time as someone who’s working to gain muscle mass or increase their anaerobic resistance. The results will never be the same.
जीवन में व्ययाम करना सबसे अच्छा होता है, और स्वस्थ माना जाता है | लेकिन व्ययाम या कसरत दिन के कौन से समय में करनी चाहिए, ये निर्भर करता है, कि आपने अपने लिए क्या उदेश्य बनाये हैं | मान लीजिये अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो आपके लिए समय उस व्यक्ति से अलग होगा जो मांसपेशियों को मजबूत करना चाहता है| क्यूंकि अगर ऐसा नहीं होगा तो परिणाम नहीं आयेंगे |
Although many people work their exercise schedule around their availability, it isn’t always the right thing to do.There are many parameters that help you figure out when you should or shouldn’t subject your body to physical activity. Just as there are sleep and hormone cycles, there are also cycles for exercise.
अगर देखा जाए तो बहुत सारे लोग अपनी कसरत का समय तब बनाते हैं जब उनके पास समय होता है, लेकिन ऐसा करना हमेशा सही नहीं होता | ऐसी बहुत सी बातें होती हैं जो आपको ये तय करने में मदद करती हैं कि आपके शरीर को कब व्ययाम करना चाहिए और कब नहीं | जिस तरह हमारी नींद या होर्मोनेस का चक्र होता है, उसी तरह से कसरत या व्ययाम का भी चक्र होता है |
As many experts have confirmed, the biological rhythm of sleep and being awake (our internal clock) that’s determined by the sun also controls our functions that have to do with physical activity.
बहुत से विशेषज्ञों ने इस बात की पुष्टि की है कि हमारे सोने और जागने का जो जैविक काल है, वो हमारे उन सभी कार्यों का संचालन करता है जो किसी भी शारीरिक गतिविधि को करने में सहायक होती हैं |
Because of this, athletes should first take a look at their internal clock and how it affects their performance, speed and strength.
इसी वजह से एथ्लीटस को सबसे पहले अपनी आंतरिक घड़ी पर नज़र डालनी चाहिए और इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि ये किस तरह से उनके प्रदर्शन, गति और शक्ति को प्रभावित करता है |
What’s the best time of day to exercise?
व्ययाम करने के लिए दिन का सबसे अच्छा समय कौन सा है ?
Those who usually to light to moderate exercise can do so at any time of the day, as long as they’re in good health and are not doing anything in excess.
जो लोग हल्के से कम हलके व्ययाम करते हैं, वो दिन के किसी भी समय व्ययाम कर सकते हैं तब तक, जब तक उनकी सेहत ठीक हो और वो जयादा कुछ न कर रहे हों |
However, it’s important to keep the following things in mind
फिर भी ये कुछ ज़रूरी बातें हैं जिनका ध्यान रखना आवश्यक है |
In the morning, our body temperature is at its lowest, so our energy and blood flow are slowed. The cold, along with the tightness of our muscles, increases the risk of fractures or injuries. Recent studies indicate that morning workout sessions compromise our immune system, increasing the possibility of bacterial or viral infections.
सुबह में हमारे शरीर का तापमान सबसे कम होता है, इसलिए इस समय में हमारी उर्जा और रक्त प्रवाह भी कम होता है | सर्दी भी कई बार हमारी मांसपेशियों की मजबूती के साथ, फ्रैक्चर या चोटों का कारण बन जाती है | हाल ही के अधयानों से पता चला है कि सुबह की कसरत से जीवाणु या वायरल संक्रमण का खतरा बड़ जाता है |
Our body temperature and hormones reach their highest peak at 16:00 in the afternoon. So, at this time, our body responds better to demanding exercise.
हमारे शरीर का तापमान और होर्मोनेस दिन के चार बजे उच्च कोटि पर होते हैं, इसलिए इस समय में हमारा शरीर व्ययाम को अच्छे से कर पाता है |
Between 16:00 and 17:00 in the afternoon, our lungs work the best.Our muscles become more flexible, intensity is greater, our performance in better, and we can free ourselves of stress more easily.
दोपहर में चार बजे से पांच बजे के बीच हमारे लंग्स या फेफेड़े बहुत अच्छे से काम करते हैं | हमारी मांसपेशियां जयादा लचीली होती हैं, तीव्रता बहुत ज़यादा होती है, प्रदर्शन भी बेहतर होता है और हम अपने आपको आसानी से तनाव मुक्त रख सकते हैं |
Exercising between 15:00 and 19:00 in the afternoon helps to regulate food digestion.
अगर आप दोपहर में तीन बजे से सात बजे के बीच व्ययाम करते हैं तो ये आपके खाने को पचाने में मदद करता है |
Working out at the beginning of the day creates consistency and forces you to rest properly. However, you need to warm up more intensely due to the hours of inactivity while you were asleep.
अगर आप दिन शुरू होने के साथ व्ययाम करते हैं जैसे कि सुबह तो ये आपको मजबूर करता है कि आप दिन के समय आराम करें |
Exercise generates adrenaline. Doing it at night could result in insomnia and difficulty controlling cardiac rhythm.
व्ययाम से एड्रेनालाईन पैदा होता है | अगर आप रात में करते हैं तो ये इनसोमनिया (नींद न आना) का कारण बन सकता है |
Why should you choose one time of day to exercise?
व्ययाम करने के लिए दिन का समय ही क्यूँ ?
In order to achieve the goals that you have made for yourself, you have to know how to choose the time of day to exercise. Depending on what you are hoping to achieve, you can choose the following way –
आपने अपने लिए जो लक्ष्य बनाया है, उसे पूरा करने के लिए आपको पता होना चाहिए कि दिन का कौन सा समय व्ययाम के लिए चुनें | आपका लक्ष्य क्या है, इस बात को ध्यान में रखते हुए आप इन बातों का ख्याल रख सकते हैं-
Burning calories – Those who want to lose weight can train in the afternoon, when your metabolism starts to decrease. The colder the environment in which you are working out, the more calories you can burn.
कैलोरीज बर्न करना – जो लोग वजन कम करना चाहते हैं, वो दोपहर में कसरत कर सकते हैं, क्यूंकि इस समय इन लोगों का मेटाबोलिज्म कम हो जाता है | जितना ठंडा आपके कसरत करने का वातावरण होगा उतना ही जयादा कैलोरीज आप बर्न कर पायेंगे |
Increase aerobic resistance. This is the biologic ability to make an extensive effort at a medium or low intensity. Your performance will be the same, regardless of what time you choose to train.
एरोबिक प्रतोरोध को बढाएं | इसका मतलब होता है आपकी बायोलोजिक श्रमता ताकि जिसके मदद से आप कम या बहुत कम तीव्रता पर व्ययाम कर सकते हैं | आपका प्रदर्शन अच्छा ही रहेगा चाहे आपने दिन का कोई भी समय चुना हो |
Increase anaerobic resistance. To become more flexible, stronger, more powerful and faster (meaning doing short-duration, high-intensity activities), it’s best to exercise after 16:00 in the afternoon. Athletes tend to train at the same times.
एनारोबिक प्रतिरोध भी बढाएं | अपने आपको जयादा लचीला, ताकतवर, मजबूत और जयादा तेज़ बनाने के लिए बेहतर है आप दिन के 4:00 बजे के बाद व्ययाम करें | एथिलीटस भी इसी समय पर व्ययाम करते हैं |
Build muscle mass. Your hormones will be the most helpful in gaining muscle if you train first thing in the morning, or later in the evening.
अपनी मान्स्पेशियां बढाएं | आपके होर्मोनेस बहुत ज़रूरी होते हैं मसल्स बढाने के लिए अगर आप सुबह सुबह या शाम को व्ययाम करते हैं तो|
Every body is different.Although there are many general suggestions, it’s important to remember that every body is different and that stimuli responses are not all the same.
हर शरीर अलग होता है | यहाँ पर मैंने आपको ऐसी बहुत सारी बातें बताई हैं जो सभी लोगों पर लागू होती हैं फिर भी ये ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है कि हर शरीर अलग होता है और हर शरीर व्ययाम को अलग अलग तरीके से रियेक्ट करता है |
In addition to subjecting yourself to strict routines and making sacrifices, working out for just 30 minutes a day is enough. Going out to get fresh air will give your great benefits, but you should avoid being outside between the hours of 11 in the morning and 4 in the afternoon in the summer.
अपने आपको एक सख्त नियम में बाँधने और अपने पसंद की चीज़ों का त्याग करने से बेहतर है आप हर रोज़ दिन का आधा घंटा यानी 30 मिनट व्ययाम ज़रूर करें | अगर आप बाहर जातें है घुमने तो बाहर की ठंडी हवा के बहुत फायदे होते हैं लेकिन एक ख़ास बात ध्यान रखने वाली ये है कि जब आप बहार जाएँ तो सुबह 11 बजे से 4 बजे के बीच बाहर का कुछ न खाएं, कोशिश करें कि बाहर ही न जाएँ |